छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी द्वारा राज्य के अंदर पुरानी संस्कृति को जीवित रखने के लिए पहलवानों को तोहफा देते हुए बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना (Chhatisgarh Bajrangbali Akhada Protsahan Yojana) का शुभारंभ किया है। छत्तीसगढ़ राज्य में पहलवानो के भविष्य को देखते हुए और अपने राज्य में पहलवानों की संस्कृति को वापस पुनर्जीवित करने के लिए मुख्यमंत्री जी ने इस योजना का शुभारंभ किया है।
पुराने समय में कबड्डी तथा कुश्ती जैसे खेलों को काफी अहमियत दी जाती थी लेकिन समय के साथ-साथ पहलवानों की कोई खास वजूद नहीं रह गया जिसकी वजह से इस समय पारंपरिक खेलों को तवज्जोब नहीं दिया जाता है और यह खेल समय के साथ-साथ समाप्त होते दिखाई दे रहे हैं इसलिए ऐसी सांस्कृतिक और पारंपरिक खेलों के लिए सरकार द्वारा ऐसे कदम उठना स्वाभाविक होता है।
मुख्यमंत्री जी ने घोषणा करते हुए कहा है कि वह छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कुश्ती अकादमी का भी शुभारंभ किया जाएगा और इसे काफी अहमियत के साथ खेलों के लिए पहलवानों को तैयार किया जाएगा। अगर आप भी एक पहलवान है तो आप बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते होंगे इसलिए आप इस लेख के माध्यम से संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और इसे अंत तक जरूर पढ़े ताकि कोई जानकारी अधूरी ना रहे।
Table of Contents
Key Highlights of Bajrangbali Akhada Protsahan Yojana
योजना का नाम | बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना |
राज्य | छत्तीसगढ़ |
वर्ष | 2023 |
लाभार्थी | छत्तीसगढ़ राज्य के पहलवान |
आधिकारिक वेबसाइट | अभी जारी नहीं हुई है |
Chhatisgarh Bajrangbali Akhada Protsahan Yojana
आज के युग में मोबाइल फोन में अपने पारंपरिक खेलों को लगभग खत्म सा कर दिया है इसलिए समय आ गया है इन खेलों को प्रोत्साहित करने का ताकि आजकल के बच्चे इन खेलों में अपना ध्यान लगा पाए और अपने आप को इसे जोड़कर रख पाए।
पहले कबड्डी और कुश्ती जैसे खेलों में लोगों की बहुत ज्यादा रुचि होती थी और आसपास के गांव में लगातार खेल चलते रहते थे लेकिन समय के साथ-साथ यह खेल विलुप्त होते जा रहे हैं और गांव में या शहरों मे पहलवानों की कमी भी देखने को प्राप्त हो रही है इसी के साथ-साथ अखाड़े भी लगभग खाली हो रहे हैं और इनकी संख्या में दिन प्रतिदिन गिरावट आ रही है इसलिए छत्तीसगढ़ सरकार ने इस समस्या को मध्य नजर रखते हुए बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना की शुरुआत करते हुए पहलवानों को एक नई दिशा में रुचि दिखाई है ताकि पहलवान अपने क्षेत्र में अच्छा कार्य कर सके और आने वाले समय में अपने भविष्य को सुरक्षित देख सके।
अब दोबारा से अखाड़े में रौनक देखने को प्राप्त होगी और राज्य में नाग पंचमी के दिन अलग-अलग जगह पर कुश्ती और कबड्डी जैसे खेल को में भीड़ दिखाई देनी शुरू हो जाएगी ताकि लोग ऐसे खेलों में अपनी रुचि बनाई का पहलवानों के जीवन में नई खुशियां आ सके।
छत्तीसगढ़ बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य
बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में पारंपरिक खेल कबड्डी और कुश्ती को पुनर्जीवित करना है ताकि आने वाले समय में लोग इन खेलों में रुचि ले सके और पहलवानों के जीवन को सुधारने के लिए अखाड़े को पुनर्जीवित किया जा सके इसलिए राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की है।
छत्तीसगढ़ राज्य में इस योजना के माध्यम से अखाड़े में पहलवानों की आवाज दोबारा से गूंज सकेगी और लोग आने वाले समय में कुश्ती जैसे खेलों का आनंद प्राप्त कर पाएंगे और नए पहलवान भी रुचि रखते हुए ऐसे खेलों में अपना प्रदर्शन कर पाएंगे। इस योजना के माध्यम से ऐसे अखाड़े में दोबारा से ध्यान डाल दी जाए औ
इसका उद्देश्य यह भी है कि ऐसे खेलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेकर जाया जाएगा और इसमें लोगों का आनंद भी शामिल किया जाएगा ऐसे खेलों को लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखना और खेलना भी पसंद कर सकेंगे।
छत्तीसगढ़ी पर्व सम्मान निधि योजना
बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना के लाभ तथा विशेषताएं
- इस योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य में दोबारा अखाड़े को पुनर्जीवित किया जाएगा।
- अखाड़ा प्रोत्साहन योजना के माध्यम से राज्य के अखाड़े में विभिन्न प्रकार की सुविधा की शुरुआत की जाएगी और पहलवानों को उनका दर्जा दिया जाएगा।
- छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर मे कुश्ती अकादमी का शुभारंभ किया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से पहलवानों के जीवन में बदलाव लाया जाएगा और राज्य में नाग पंचमी के दिन कुश्ती और कबड्डी जैसे खेलों का आयोजन करवाया जाएगा ताकि भी ऐसे खेलों का आनंद प्राप्त कर सके
- ऐसे खेलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेकर जाया जाएगा ताकि पहलवान होगी रुचि बट उसके और राज्य के नए बच्चे ऐसे खेलों में अपना हिस्सा लेते और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का प्रयास कर पाएंगे।
- छत्तीसगढ़ राज्य में नाग पंचमी के दिन खेलों का आयोजन करवाया जाएगा ताकि लोग इकट्ठा होकर ऐसे खेलों का आनंद प्राप्त कर सके।
- इन खेलों को प्रोत्साहित करने से आने वाले समय में भी पारंपरिक खेलों को सुरक्षित रख देंगे जिससे कि हम अपनी पुरानी संस्कृति को जीवित रखने में कामयाब रह पाएंगे।
श्री बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना- अखाड़ों के संरक्षण और संवर्धन को समर्पित pic.twitter.com/gwiBU700BY
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 24, 2023
बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना के लिए पात्रता
छत्तीसगढ़ राज्य के पहलवान इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पत्र रहेंगे और यह पहलवान छत्तीसगढ़ राज्य के निवासी होने अनिवार्य है।
Bajrangbali Akhada Protsahan Yojana के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- मोबाइल नंबर
- passport size photo
बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन
छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर में कितनी अकादमी की शुरुआत की जाएगी इसकी शुरुआत होने के बाद राज्य के पहलवानों के लिए इस योजना में आवेदन प्राप्त किए जाएंगे इसके लिए सरकार ने अभी कोई ऑफिशल अनाउंसमेंट जारी नहीं की है जैसे ही सरकार कोई ऑफिशल अनाउंसमेंट जारी करती है हम आपको सबसे पहले इसलिए के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करवाएंगे और इसमें ऑनलाइन आवेदन या ऑफलाइन आवेदन जैसा भी हो आपको संपूर्ण जानकारी के साथ यहां उपलब्ध करवा दिया जाएगा इसलिए आप लगातार इस लेख को चेक करते रहे ताकि जो भी ऑफिशियल जानकारी सरकार द्वारा दी जाएगी उसे जल्दी से जल्दी यहां उपलब्ध करवाया जाएगा और आपका रजिस्ट्रेशन में संपूर्ण सहायता प्रदान की जाएगी।
श्री बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना- अखाड़ों के संरक्षण और संवर्धन को समर्पित pic.twitter.com/gwiBU700BY
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 24, 2023
FAQs
बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना क्या है
बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा शुरू की गई ऐसी योजना है जिसमें पहलवानों और अखाड़े को पुनर्जित किया जाएगा ताकि कबड्डी और कुश्ती जैसे खेल दोबारा से रंग लेकर आए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने पहचान बनाकर देश का नाम रोशन कर सके।
बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना किस राज्य द्वारा शुरू की गई
बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा शुरू की गई है इस योजना में राज्य सरकार अखाड़े को पुनर्जीवित करने के लिए तथा पारंपरिक खेलों को रखने के लिए शुरू की गई है और आने वाले समय में ऐसे खेलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेकर जाया जाएगा ताकि वहां भी हम अपनी पहचान बना सके और प्रदेश के युवा ऐसे खेलों में अपना हिस्सा ले सकें।
बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना की अकादमी कहां खोली जाएगी
इस योजना के लिए छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर में कुश्ती अकादमी की स्थापना की जाएगी और वहां से इस योजना को पुनर्जित करने का प्रयास किया जाएगा ताकि प्रदेश के अलग-अलग अखाड़े को उनका अनुदान प्राप्त हो सके और पहलवानों को एक नई पहचान प्राप्त हो।